My Awakening Path
Today I did not hold the hand of God, Now God has held my hand
This life is so unmatched, Whatever it gives – It gives amazing.
If life is Wonderful, It is because every living being is Wonderful.
For me I am the first and most precious mystical page.
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We have never seen our incompleteness as a bless, only as a problem. This incompleteness is a method – Which connects us with life – and as a necessity connects us with every living being. It is this scarcity that keeps us all alive, moving, growing, creating and most importantly transforming our lives.
This is the simplicity of change, Which changes from moment to moment, due to Which our life changes.
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Hey, is it love for nature or love for Silence! The beauty of nature and the energy of silence both lead me to the beauty of my existence and the beauty of Silence. By Which my life is opened and I see that only 'Silent' breathes in me and 'Nature' is born.
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I was ignorant of myself – Why?; I did not know Who I am, Why I am, What is this World – What is this Relationship, What is this society? Which was the question for me, How could I walk in it? How could I have been successful by walking unknowingly When I am unaware of myself? The deeper my ignorance was - the more it deepened me in life today. My mysterious smile made my thinking mysterious. Now I have become the path of this mysterious life because I have found myself, my search has become my destination.
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When I gave up on myself, it became Surrender. Then by coming the universe started guiding. In such beautiful times, When the ego starts to drop, a feeling of lightness of deep freedom is created. I have seen then How the great energies of nature flow and give life in abundance.
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What is Silent?
Have you ever wondered Why it is Silent?
Silence is our protection, Which is a natural way of understanding reality. In this Silence is hidden the deep experience of feeling safe from death and in it lies a beautiful way of knowing deeply about existence. As long as I know What is happening to me and to me, then I can understand every incident very well and only then will I be able to accept the incident.
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I really love the truth. I love seeing and understanding the truth. The experience of truth may be bitter, but standing in front of the truth has made my life better. I appreciate truth just for being true, for living in truth. I really love reality, that's Why I've always been in love with love.
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मेरा जागरण पथ
आज मैंने खुदा का हाथ नहीं पकड़ा हुआ, अब खुदा ने मेरे हाथ को पकड़ा है।
यह जिंदगी कितनी बेमिसाल है, जो भी यह देती है-लाजावाब ही देती है।
अगर जीवन अद्भुत है तो यह इस लिए ही है कि हर जीव ही अद्भुत है।
मेरे लिए मैं ही सब से पहला और सब से कीमती रहस्यमय पन्ना हूँ।
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हम ने कभी भी अपने अधूरेपन को दुआ के रूप में नहीं देखा, सिर्फ समस्या के रूप में ही देखा है। यह अधूरापन एक विधि है -जो हम को जीवन के साथ जोड़ती है- और ज़रुरत बन कर हम को हर जीव के साथ जोड़ती है। यह कमी ही है जो हम सभी को जीवित रखती है, चलती है, बढ़ती है, बनाती है और सबसे महत्वपूर्ण रूप से हमारे जीवन को बदल देती है।
यही बदलाव की सादगी है, जो पल पल बदलती है जिस से हमारा जीना बदलता है।
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हे, यह कुदरत से प्यार है या चुप से प्यार है ! कुदरत की सुंदरता और चुप की ऊर्जा यह दोनों ही मेरे को मेरे अस्तित्व की सुंदरता और चुप की सुंदरता में ले जातें हैं ! जिस से मेरा जीना खुल जाता है और मैं देखती हूँ कि फिर मेरे में 'चुप' ही सांस लेती है और 'कुदरत' ही जन्मती है।
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मैं खुद से ही खुद में अनजान थी- क्यों?; मैं नहीं जानती थी कि मैं कौन हूँ, क्यों हूँ, यह संसार क्या है- यह रिश्तें क्या है, यह समाज क्या है ? जो मेरे लिए सवाल था, मैं उस में चल कैसे सकती थी ? जब मैं ही खुद में खुद से अनजान हूँ, तो मैं अनजाने में ही चल कर कामयाब कैसे हो सकती थी ? मेरा अनजानापनजितना गहरा था- उतना ही आज मेरे को जीवन में गहरा कर गया। मेरी रहस्यमई मुस्कान ने मेरा सोचना ही रह्सयमई बना दिया। अब मैं इस रह्सयमई जीवन की राही बन गई क्योंकि मैंने खुद को ढूंढ लिया, मेरा ढूंढ़ना ही मेरी मंज़िल बन गया।
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जब मैंने खुद को छोड़ दिया तो यह छोड़ना ही समर्पण बन गया। तब आ कर के ब्रह्माण्ड ने मार्गदर्शन करना शुरू किया। ऐसे सुंदर वक़्त में जब अहंकार छोड़ के जाने लगता है तो गहरी आज़ादी का हल्कापन अनुभूति बनता है।मैंने देखा है कि फिर कैसे कुदरत की महान ऊर्जाएं प्रवाहित होती हैं और प्रचुर मात्रा में जीवन देती हैं।
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चुप क्या है?
कभी आप ने सोचा कि यह चुप है क्यों?
चुप हमारी सुरक्षा है, जो वास्तविकता को समझने की कुदरती विधि है। इस चुप में मौत से अपने आप को सुरक्षित महसूस करने का गहरा अनुभव छुपा हुआ है और इस में अस्तित्व को गहरे से जानने का सुंदर तरीका छुपा हुआ है। जब तक मुझे पता है कि मेरे पास और मेरे साथ क्या हो रहा है तो मैं हर घटना को अच्छे से समझ सकती हूं और तो ही मैं घटना को कबूल करने में समर्थ हो सकती हूं।
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मुझे सच में ही सच से प्यार है। सच को देखना और समझना मुझे बहुत ही अच्छा लगता है। सच्चाई का अनुभव चाहे कड़वा ही हो, पर सचाई के आगे खड़े होना मेरे जीने को अच्छा बनाता गया। मैं सिर्फ सच होने के लिए, सच में जीने के लिए ही सच्चाई की सराहना करती हूं।मुझे सच में ही वास्तविकता से प्यार है इस लिए ही मेरे को सदा प्यार से ही प्यार रहा है।
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