What is a relationship and Why are We all in a relationship?
Every event in the journey of life is Spirituality,
Which explains the life from Sannyasa to Nirvana. For me our relationship is also a method
This is What I have always seen and known in relationships, that relationship is the awareness of the interrelationship between two people. Every relationship works as a natural method of meditation. My relationships have created awareness in me, not any religious book or religious place. When we are awakened through relationships and the awareness with which we see and live life and the world, all that becomes religion.
Relationship means meeting without fear, complete freedom to understand each other and freedom to communicate directly with each other in full form.
Those who love never talk about responsibility. Love itself knows its duty and its right.
Love in itself is a means to a deeper fulfillment and relationship is self-disclosure.
रिश्ता क्या होता है और क्यों हम सब एक रिश्ते में हैं ?
जीवन यात्रा में हर घटना ही अध्यात्म है, जो संन्यास से ले के निर्वाना तक के जीवन को समझाती है।
मेरे लिए हमारे रिश्ते भी एक विधि है।
मैंने सदा रिश्तों में से यही देखा और जाना है कि रिश्ता दो लोगों के बीच अंतर्संबंध की जागरूकता है। हर रिश्ता एक ध्यान की कुदरती विधि का ही काम करता है। मेरे रिश्तों ने ही मेरे में जागरूकता पैदा की है, किसी धार्मिक किताब या धार्मिक जगह ने नहीं। जब हम रिश्तों के ज़रिये जाग जातें हैं और जिस जागरूकता से जीवन को और संसार को देखते है और जीते हैं, वो सब धर्म बन जाता है।
रिश्ते का मतलब होता है कि बिना किसी डर के मिलन होना, एक दूसरे को समझने की पूर्ण आजादी और पूर्ण रूप में ही एक दूसरे के साथ सीधे संवाद करने की आजादी होता है।
जो प्यार करते हैं वो कभी भी जिम्मेदारी की बात नहीं करते। प्यार खुद में ही खुद के फ़र्ज़ को और हक़ को जानता है।