When I entered the temple
Life flows, teaches life, steals life, empties life, and I am nothing other than this. Freedom is the new zeal of my life. My new zeal made the universe a temple for me. The path of this temple is silent and the door of this temple is natural. Life has turned my mind into a priest by becoming a guru. Who woke up the candle of understanding and started reading the book of the world. When every subject of the world became my chapter, I recognized that my trust is my worship. When I saw myself carefully, my love became my prayer, became powerful in me and freed me like the sky. And when I flew in the sky, I entered my temple which was real and right for me, which was beyond every subject, where there was only the rule of nothingness.
"How the Right Thinking Can Strengthen Our Life ' Living' "
Find the secret
My search continued to make my life thirsty, which teaches my thoughts to be action to take long flight. Makes my emotions deep and huge like the sea. Then my quest with pure identity opens the window to the future, presenting the relation of time and life and realizing abilities and understanding.
This discovery of me is not just a journey of discovery, but also an enjoyment that takes me beyond every search. When the experience of this cross makes me infinite, then I disappear. When I came out, I came close to every living being
Life is flowing water, only by being swept away with flowing life can we recognize life
Unique experience
Gradually, as I came to understand life, there was an accident that the art of writing came along with me. I experienced you, who used to have friends and relationships with me, so the art of writing this connected me to those people who are mine, but do not know me. Then gradually this assessment of life became the science of life. And I entered into a very big life. I had an infinite form of life and endless assaults, which used to make me disappear after doing nothing. It made me understand very quickly that our life is not what we know; Or think about life. My existence died after seeing the circle of our mind as vast as the sky. I was not able to see this miracle, I started dying in every moment and every moment started giving birth to me. Such a big truth, my existence could not be digested. So at the same time life created the art of writing in me. It was the biggest miracle for me that I was filled with the ability to translate my experience into a literary form
जब मैं मंदिर में दाखिल हुई
जीवन बहता है, जीवन सिखाता है, जीवन चोरी करता है, जीवन खाली करता है, और मैं इस के इलावा ओर कुछ नहीं। आज़ादी मेरे जीवन की नई उमंग है।मेरी इस नई उमंग ने मेरे लिए ब्रह्माण्ड को मंदिर बना दिया। इस मंदिर का मार्ग चुप है और इस मंदिर का दरवाज़ा कुदरत है।ज़िंदगी ने ही गुरु बन कर मेरे मन को पुजारी बना दिया। जिस ने समझ की कैंडल जगा कर संसार की किताब को पढ़ना शुरू किया। जब संसार का हर विषय मेरा चैप्टर बना तो मैं पहचान गई कि मेरा भरोसा ही मेरी पूजा है।जब मैंने खुद को गौर से देखा तो मेरा प्रेम ही मेरी प्रार्थना बन कर, मेरे में शक्तिमान बन कर मेरे को आसमान की तरह आज़ाद कर गया। और जब मैंने आसमान में उडारी लगाईं तो मैं मेरे उस मंदिर में दाखिल हो गई जो मेरे लिए असली और सही था, जो हर विषय से पार था, जहाँ पर सिर्फ -शून्यता का ही राज था।
"कैसे सही सोच हमारे जीवन को मजबूत बना सकती है ''
रहस्य की खोज
मेरी खोज मेरे जीवन को प्यासा ही बनाती चली गई।जो लम्बी उड़ान भरने के लिए मेरे विचारों को एक्शन बनना सिखाती है। मेरी भावनाओं को समुद्र की तरह गहरा और विशाल बनाती है। फिर शुद्ध पहचान के साथ मेरी खोज भविष्य की खिड़की खोलती है, जिसमें समय और जीवन का संबंध प्रस्तुत होता है और क्षमताओं और समझ का एहसास होता है।
मेरी यह खोज सिर्फ खोज की यात्रा नहीं है, बल्कि एक ऐसा आनंद भी है, जो मुझ को हर खोज से पार भी ले जाता है। जब यह पार का अनुभव मेरे को असीम बना देता है तो मैं लुप्त हो जाती हूँ। जब बाहर निकली तो मैं हर जीव के नज़दीक आ गई थी।
जीवन बहता पानी ही है, बहते जीवन के साथ बह जाने से ही हम जीवन को पहचान सकतें हैं
निराला अनुभव
धीरे-धीरे जैसे-जैसे , मेरे को जीवन की समझ आई तो साथ ही एक हादसा ओर हुआ कि मेरे में साथ ही लिखने की कला आ गई। मैंने आपने अनुभव, जो खुद के दोस्त और रिश्तों से करती थी तो इस लिखने की कला ने मेरे को मेरे उन लोगों से भी जोड़ दिया, जो मेरे हैं, पर मेरे को जानते नहीं। फिर धीरे-धीरे जीवन का यह आकलन जीवन का विज्ञान बन गया। और मैं बहुत ही बड़े जीवन में दाखिल हो गई। मेरे हर पास जीवन का अननत रूप और बेअंत अस्सास था, जो मेरे को शून्य कर के गायब ही देता था।यह मेरे को समझ बहुत जल्दी आ गई कि हमारा जीवन वैसा नहीं है जैसा हम जानते हैं; या जीवन के बारे में सोचतें हैं। हमारे मन का घेरा ही आसमान की तरह विशाल देख कर मेरा वजूद मर गया। मैं मैं न रही, ऐसा चमत्कार देख कर मेरी हर पल में मौत होने लगी और हर पल मेरे को जन्म देने लगा। इतना बड़ा सत्य, मेरा अस्तित्व पचा नहीं सका।तो साथ ही जीवन ने मेरे में यह लिखने की कला पैदा कर दी। मेरे लिए यह सबसे बड़ा चमत्कार था कि मैं मेरे अनुभव को साहित्यिक रूप में अनुवाद करने की क्षमता से भर गई