The person is a very intelligent animal (physical relationship) |
On the natural side, whenever we look deeply and carefully, one thing will be clear to us that natural behavior is very clear and straightforward. We will understand this quality of nature very soon. Why?
Because this is the quality of the universe, our quality. When we grow in natural behavior, we too will start living cleanly and straightforwardly.
I have many such people whose cause of problem is 'body-relationship'.
Boy or girl, if no one has any sense of sex, then how does it mean that there is a disadvantage in it, sickness?
If someone is not interested in sex, is one sick? Or are those who think so ill?
From the beginning, I did not like to do makeup. My life was natural. When I did not do makeup even after marriage, people said that I have a problem.
Is my mental level sick if I don't like to do makeup?
Do people think very well?
If no one has the feeling of sex, then that person is also ill, it is a very good idea for people?
We have never thought that this person is better than us, is ahead of us, is wiser than us. We can throw the other one down, but we will try to degrade his height. We never paid any attention to such acts of our own. When these actions begin to sprout in our lives, we think that this is the result of someone's evil eye. Someone made something bad for us.
Does the other one have time only for us? No one else has any life, just another time, you have taken the time to bring us down?
How are we thinking?
We talk to ourselves as very good and always think of others as stupid. And this is our big mistake.
Nature has infinite color forms.
There are infinite nature of life.
There is no reflection of the vastness of the universe.
Have you ever thought deep in the meaning of all this or not?
What colors and forms are being talked about?
Is the thinking the same, or is it infinite?
Is there only one form of emotion?
If there are infinite kinds of creatures in the universe, then what is infinity in humans, have you ever thought or not?
How does anyone think that if they like green color, then everyone should like this color?
If 80% like sex feeling, then if 1% does not like it, then it is a victim of disease, why has it never come to mind that this person will pass the body-level?
Have you ever had any positive thought about someone else?
Have you always praised yourself?
Is what you do just the best?
If someone needs a physical relationship every day, is it correct to think that now everyone should need it?
Should everyone's skin color be the same color?
There had to be only one community and one culture.
God is also one, man should have been one and woman should also be one. Then your thinking would have been right, but as it is the spread of the universe, even if your thinking is like this, today you have only seen yourself and have never seen anyone and ever wanted someone else. Not even.
I have always been with children who cannot tell parents what is happening to them. Wrong incidents happen to both girl and boy. If parents do not trust, where will the child go?
We all should try to understand every color form of life that there are infinite colors of life. And every variation must be understood.
If I have never done makeup, people have stamped that I am depressed with life and I do not love anyone.
Wow!
Does Makeup Make Our Heart Filled With Love?
I did not know this.
That is why I went on to live my life happily and some of those people went on to live in illness. Because makeup filled their hearts with love? because love is a healthy life!
No one can ever be happy with such limited thinking. If we want to be happy then we have to make our thinking good and huge. Whatever we have handcuffed our thinking, we will have to cut it, yet we can all give free thinking a huge form.
* If I did not do makeup today, then I got a successful life and if I could do makeup then I would have become the queen of heaven, but the question here comes to mind that those people used to do makeup everyday, expensive makeup They buy, then why are those people not happy?
* If the feeling of sex comes to the mind of some people every day, when they go through this feeling every day, then are they attuned to the point of life and as a successful person you are living your own life?
*Ask one thing from a very true and true astrology expert, that sex, money, fame is the worldly attainment, how do people get it?
Our weak planets give us worldly things. If our planets are powerful, they are going to take us towards the spiritual.
If we want to have a happy and healthy life, then we should focus on your actions and your company
कुदरत की ओर, जब भी हम गहरे से और ग़ौर से देखेंगे तो हम को एक बात साफ़ नज़र आएगी कि कुदरती व्य्वहार बहुत ही साफ़ और सीधासाधा है। हम कुदरत के इस गुण को बहुत जल्दी समझ लेंगे।क्यों?
क्योंकि यही ब्रह्माण्ड का गुण है, हमारा गुण है। जब हम कुदरती व्य्वहार में पलेंगे तो हम भी साफ़ और सीधेपन में जीने लगेंगे।
मेरे पास बहुत ही ऐसे लोग हैं, जिन की समस्या का कारण 'जिस्मी-रिश्ता' है।
लड़का हो या लड़की, अगर किसी में भी सेक्स की भावना नहीं है तो इस का मतलब यह कैसे हो गया कि उस में कोई नुक्स है , बिमारी है ?
अगर किसी की रुचि सेक्स में नहीं है, तो क्या वो बीमार है ? या जो ऐसा सोचतें हैं, वो बीमार हैं ?
शुरू से ही मेरे को मेकअप करना पसंद नहीं था। मेरा जीना कुदरती था। जब विवाह के बाद भी मैंने मेकअप नहीं किया तो लोगों का कहना था कि मेरे में कोई नुक्श है।
अगर मेरे को मेकअप करना पसंद नहीं तो मेरा मानसिक लेवल बीमार है ?
बहुत अच्छी सोच है लोगों की ?
अगर किसी में सेक्स की भावना नहीं है तो वो इंसान भी बीमार है, बहुत उत्तम सोच है लोगों की ?
हम ने कभी यह तो सोचना नहीं कि शयद यह इंसान हम से ऊंचा है, हम से आगे है, हम से समझदार है। दूसरे को हम नीचे तो फेंक सकतें हैं, पर उस के ऊँचेपन को भी नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे? हम ने कभी भी आपने खुद के ऐसे कर्मों की और ध्यान दिया ही नहीं। जब यह कर्म हमारी ज़िंदगी में अंकुर होने लगतें हैं तो हम सोचतें हैं कि यह किसी की बुरी नज़र का नतीजा है। किसी ने हमारे लिए कुछ बूरा करवा दिया।
दूसरे के पास भी वक़्त सिर्फ हमारे लिए है? किसी और की कोई ज़िंदगी है ही नहीं, बस दूसरा भी आपने वक़्त हम को ही नीचे गिराने में लगा है ?
कैसे हमारे किरदार हैं ?
कैसी हमारी सोच है ?
हम खुद को बहुत अच्छा समझ कर बात करतें हैं और दूसरे को सदा बेवक़ूफ़ समझतें हैं, और यही हमारी बहुत बड़ी भूल है।
कुदरत के अनंत रंग रूप आकार हैं।
ज़िंदगी के अनंत स्वभाव हैं।
ब्रह्माण्ड की विराटता का कोई पारावार नहीं।
इन सब का अर्थ कभी गहरे में सोचा भी है कि नहीं ?
कौन से रंग, रूप आकर की बात हो रही है ?
क्या सोच एक ही है ,या अनंत है ?
क्या भावना का एक ही रूप है ?
अगर ब्रह्माण्ड में अनंत प्रकार के जीव हैं तो इंसान में अनंतता क्या है ,कभी सोचा भी है कि नहीं ?
कैसे कोई यह सोच लेता है कि अगर उन को हरा रंग पसनद है तो सब को यह रंग पसंद ही होना चाहिए ?
अगर ८०% को जिस्मी-सांझ अच्छी लगती है तो अगर १% को नहीं अच्छी लगी तो वो बिमारी का शिकार है , ऐसा कभी क्यों नहीं दिमाग में आया कि यह इंसान जिस्मी-लेवल को पार कर चुक्का होगा ?
क्या किसी ओर के बारे में कभी कुछ पॉजिटिव सोचा भी है
क्या सदा आपने आप की ही प्रशंसा करनी है ?
क्या जो आप करते हो, बस वोही सब से अच्छा है ?
अगर किसी को हर रोज़ ही जिस्मी-रिश्ते की ज़रुरत है , तो क्या उस की यह सोच सही है कि अब सब को ही यह ज़रुरत होनी चाहिए ?
फिर तो हम सब को अमेरिका में ही पैदा होने चाहिए था ?
सभी की स्किन का रंग भी एक रंग ही होना चाहिए?
एक ही कौम और एक ही कल्चरल होना चहिये था।
परमात्मा भी एक है , आदमी भी एक होना चाहिए था और औरत भी एक ही होनी चाहिए थी। फिर आप की सोच ऐसी होती तो सही थी पर जैसा यह ब्रह्माण्ड का फ़ैला है, अगर फिर भी आप की सोच ऐसी है तो आज तीक सिर्फ आप ने सिर्फ खुद को ही देखा है और किसी को कभी देखा भी नहीं और कभी किसी ओर को चाहा भी नहीं।
मेरा ऐसे बच्चों से सदा नाता रहा है ,जो आपने माँ-बाप को बता नहीं सकते कि उन के साथ क्या हो रहा है। लड़की और लड़का दोनों के साथ गलत घटनाएं होती हैं। माँ-बाप भी भरोसा नहीं करते तो बच्चा कहाँ जाएगा ?
हम सब को ज़िंदगी के हर रंग रूप को समझने की कोशिश करनी चाहिए कि ज़िंदगी के अनंत रंग है। और हर भिन्नता को समझना चाहिए।
अगर मैंने कभी मेकअप नहीं किया, तो लोगों पर मोहर लगा दी कि मैं ज़िंदगी से उदास हुई हू और मुझे किसी का प्यार नहीं आता।
वाओ !
क्या मेकअप करने से हमारा दिल प्यार से भर जाता है ?
लो मेरे को यह पता ही नहीं था।
इस लिए ही तो मैं ज़िंदगी ख़ुशी से जीती चली गई और वो कुछ लोग बिमारी में जीए गए। क्योंकि मेकअप ने उन के दिल प्यार से भर दिए थे ?
इतनी सीमित सोच के साथ कभी भी कोई भी सुखी नहीं हो सकता। अगर सुखी होने की चाहना है तो हम को हमारी सोच को अच्छा और विराट करना पड़ेगा। जो हम ने हमारी सोच को हथकड़ी लगा दी है ,वो कट देनी पड़ेगी , फिर ही हम सब आज़ाद सोच को विराट रूप दे सकतें हैं।
*अगर आज तीक मैंने मेकअप नहीं किया तो मेरे को कितनी कामयाब ज़िंदगी मिली और अगर मैं मेकअप कर लेती तो शयद मैं स्वर्ग की रानी बन जाती ,पर सवाल यहाँ पर यह दिमाग में आता है कि वो लोग तो मेकअप हर रोज़ करते थे, महंगा मेकअप खरीदतें हैं, फिर वो लोग खुश क्यों नहीं हुए ?
*अगर हर रोज़ कुछ लोगों के दिमाग में सेक्स की भावना आती है, जब वो रोज़ इस भावना से गुज़रतें हैं तो क्या वो ज़िंदगी के मुकाम को हासिंल कर चुक्के हैं और एक कामयाब इंसान की हैसियत से आपने खुद के जीवन को जी रहें हैं ?
* किसी बहुत ही सच्चे और सुचे ज्योतिष -विद्या के माहिर से एक बात पूछ लेनी, कि सेक्स, पैसा, फेम यह जो संसारी प्राप्ति है ,यह कैसे लोगों को मिलती है ?
हमारे कमज़ोर ग्रह हम को संसारी चीज़ें देतें हैं। अगर हमारे ग्रह ताकतवर होतें हैं, वो हम को अधियात्मिक की ओर ले के जातें हैं।
सुखी और खुश जीवन की अगर चाहना है तो हम को आपने कर्मों पर और अपनी सांगत पर ध्यान रखना चाहिए